



बड़ी घटना अंजाम दिए जाने की मिली थी गुप्त सूचना
उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड के स्पष्ट निर्देशों के आलोक में चलाए जा रहे सघन अभियान और एरिया डोमिनेशन के तहत, बोकारो जिले के गोमिया थाना क्षेत्र के बिरहोरडेरा के जंगली इलाके में बुधवार को सुरक्षाबलों और भाकपा (माओवादी) के सशस्त्र दस्ते के बीच भीषण मुठभेड़ हो गई । इस मुठभेड़ में पांच लाख रुपए के इनामी माओवादी सदस्य कुंवर मांझी उर्फ सहदेव मांझी उर्फ सदे मारा गया। मौके से एक अज्ञात व्यक्ति का शव भी बरामद किया गया है।


अहले सुबह गोलियों से थर्राया जंगली इलाका
एसपी के अनुसार, सुबह लगभग 06:00-06:30 बजे सर्च अभियान के दौरान माओवादियों के दस्ते ने पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस पार्टी ने भी जवाबी फायरिंग की। फायरिंग बंद होने के बाद किए गए सर्च अभियान के दौरान, एक व्यक्ति नक्सली वर्दी में और एक व्यक्ति सादे लिबास में मृत पाए गए। नक्सली वर्दी पहने व्यक्ति की पहचान कुंवर मांझी उर्फ सहदेव मांझी उर्फ सदे के रूप में हुई, जो बिरहोरडेरा, गोमिया, बोकारो का निवासी था और पांच लाख रुपए का इनामी नक्सली था। सादे लिबास में बरामद शव एक अज्ञात व्यक्ति का प्रतीत हो रहा है। उसकी पहचान के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं, इस मुठभेड़ में कोबरा 209 बटालियन के एक जवान कोकराझार, असम के निवासी प्राणेश्वर कोच गोली लगने से शहीद हो गए।

तीन माह पहले की मुठभेड़ में शामिल था कुंवर
एसपी ने बताया कि मृत नक्सली कुंवर मांझी उर्फ सहदेव मांझी और उक्त दस्ते के अन्य सदस्य 21 अप्रैल 2025 को हुई नक्सली एवं पुलिस मुठभेड़ के दौरान भी शामिल थे। कुंवर मांझी के खिलाफ बोकारो जिले में 21 और हजारीबाग जिले में 7 मामले दर्ज हैं। उक्त जंगली क्षेत्र में माओवादियों ने पेड़ों में रस्सी के सहारे प्लास्टिक टांग कर अपना आश्रय स्थल बना रखा था, जहां से हथियार समेत दैनिक उपयोग के कई सामान मिले।