गुप्तकाशी, उत्तराखंड: उत्तराखंड के गुप्तकाशी के बेड़ुला गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां दो बेटों ने अपने पिता की हत्या कर जुर्म छिपाने के लिए शव का दाह संस्कार कर दिया। यह सनसनीखेज मामला गुरुवार को तब उजागर हुआ, जब ग्रामीणों की सतर्कता से पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत और भय का माहौल बना दिया है।
पिता-पुत्रों के बीच विवाद से हत्या तक
मृतक बलवीर राणा, जो कि त्रिवेणी घाट पर चाय की दुकान चलाता था, का गुस्सैल स्वभाव अक्सर परिवार के भीतर विवाद का कारण बनता था। बताया जाता है कि बलवीर के दोनों पुत्र रोजगार के सिलसिले में दूसरे राज्यों में काम करते थे और हाल ही में घर लौटे थे। बुधवार रात, किसी बात को लेकर पिता और पुत्रों के बीच कहासुनी हुई, जो इतनी बढ़ गई कि दोनों बेटों ने गुस्से में आकर अपने पिता का गला घोंट दिया।
जुर्म छिपाने के लिए शव का दाह संस्कार
हत्या के बाद, आरोपितों ने शव को जलाने का फैसला किया ताकि वे अपने अपराध को छिपा सकें। हालांकि, ग्रामीणों को मामले पर संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की। छानबीन के बाद, पुलिस ने दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया और हत्या तथा साक्ष्य मिटाने का मामला दर्ज किया।
पुलिस कार्रवाई
थानाध्यक्ष राकेंद्र ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस घटना के सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे की असली वजह का पता चल सके।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद क्षेत्र में भय का माहौल है। स्थानीय लोग इसे कलयुग का उदाहरण मानते हुए घटना की निंदा कर रहे हैं। उनका कहना है कि बलवीर राणा का गुस्सैल स्वभाव परिवार में अक्सर तनाव का कारण बनता था, लेकिन ऐसी घटना की उम्मीद किसी को नहीं थी।
पुलिस ने स्थानीय प्रशासन से शांति बनाए रखने की अपील की है, जबकि मामले की गहन जांच जारी है।