साइबर ठगों ने महिला को डिजिटल अरेस्ट कर उतरवाए कपड़े, 1.78 लाख भी ठगे

मुंबई में एक सनसनीखेज साइबर अपराध का मामला सामने आया है, जिसमें ठगों ने एक महिला को ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर नंगा होने के लिए मजबूर कर दिया। यह घटना शहर की एक 26 वर्षीय महिला के साथ हुई, जो फार्मा कंपनी में काम करती हैं।

कैसे हुआ अपराध?

महिला को एक वीडियो कॉल आया, जिसमें ठगों ने खुद को कानून प्रवर्तन एजेंसी का अधिकारी बताते हुए कहा कि वह मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंस चुकी हैं। इसके बाद महिला को ‘डिजिटल अरेस्ट’ की प्रक्रिया का हवाला देकर कपड़े उतारने पर मजबूर किया गया। ठगों ने इसे ‘बॉडी वेरिफिकेशन’ का हिस्सा बताया।

होटल में रूम बुक करने की मांग

इसके बाद, ठगों ने महिला से कहा कि जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए उसे एक होटल का कमरा बुक करना होगा। ठग यहीं नहीं रुके और वीडियो कॉल पर महिला को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहे।

पुलिस जांच में जुटी

महिला ने बाद में इस घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया है। मुंबई पुलिस का कहना है कि यह घटना साइबर ठगी का एक नया और बेहद शर्मनाक तरीका है।

सावधानी बरतने की सलाह

पुलिस ने नागरिकों को आगाह किया है कि किसी भी अनजान वीडियो कॉल या संदिग्ध बातचीत में न उलझें और अपनी गोपनीयता बनाए रखें। साइबर अपराधी अब नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।

यह मामला न केवल साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे अपराधी तकनीक का दुरुपयोग कर लोगों की निजता का हनन कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और ऐसी घटनाओं की तुरंत सूचना देने की अपील की है।

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