लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ कार्यशाला का आयोजन
साहिबगंज:
सिद्धो कान्हू सभागार, साहिबगंज में शुक्रवार को लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) के सचिव विश्वनाथ भगत ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
श्री भगत ने अपने संबोधन में कहा कि लिंग आधारित हिंसा समाज के लिए एक अभिशाप है, जिसे समाप्त करने के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होगा। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों के प्रति हिंसा गंभीर समस्या है, जिसे जड़ से मिटाना अत्यावश्यक है। उन्होंने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) द्वारा प्रभावित व्यक्तियों की सहायता के लिए ग्राम स्तर पर परामर्शदाताओं (पीएलवी) की तैनाती की गई है। लोग उनसे संपर्क कर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।
कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी चित्रा यादव ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य लिंग आधारित हिंसा के प्रति जागरूकता फैलाना और इसके खिलाफ ठोस कदम उठाना है। अभियान के दौरान सेमिनार, वर्कशॉप, और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ. सुरेंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि सभ्य समाज में महिलाओं के प्रति हिंसा का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने महिलाओं के स्वावलंबन और उनकी मुख्यधारा में भागीदारी की सराहना की।
बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी ने महिलाओं के अधिकारों और उनकी सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक स्थिति को सुधारने के लिए किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत में बालिकाओं की शिक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में अभी भी चुनौतियां बनी हुई हैं। उन्होंने स्पॉन्सरशिप और अन्य योजनाओं की जानकारी भी साझा की।
कार्यक्रम में बाल विवाह मुक्त समाज निर्माण हेतु शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया। चित्रा यादव ने सभी उपस्थित बालिकाओं, आंगनबाड़ी सेविकाओं, चाइल्ड हेल्पलाइन कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पुलिस पदाधिकारियों को बाल विवाह उन्मूलन में सक्रिय भूमिका निभाने की शपथ दिलाई।
इस कार्यक्रम में किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य बबीता कुमारी, हेमलता पटेल, बाल कल्याण समिति के सुधा कुमारी और दिनेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी व समाजसेवी उपस्थित थे। साथ ही चाइल्डलाइन, जेएसएलपीएस, एक्सआईएसएस और मंथन जैसी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।