रांची: मादक पदार्थों की रोकथाम और अवैध अफीम की खेती उन्मूलन के लिए चतरा समाहरणालय में गृह सचिव वंदना दादेल और डीजीपी अनुराग गुप्ता ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में अफीम की खेती, निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग और लंबित मामलों पर चर्चा करते हुए कई कड़े निर्देश दिए गए।
अवैध अफीम की खेती पर सख्त कार्रवाई के निर्देश:
- गृह सचिव ने कहा कि अफीम की खेती रोकने के लिए पुलिस और वन विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर कठोर कदम उठाएं।
- चतरा, हजारीबाग, रांची और लातेहार जैसे प्रभावित जिलों में पूर्ण रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
- जहां अफीम की खेती का विनष्टिकरण किया जाता है, वहां प्राथमिकी दर्ज करना अनिवार्य किया गया है।
थाना स्तर पर लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई:
- विशेष शाखा से प्राप्त सूचनाओं पर कार्रवाई नहीं करने वाले थाना प्रभारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
- एनडीपीएस के मामलों के आरोपियों की नियमित जांच और उनकी आय के स्रोतों की जानकारी सुनिश्चित करने को कहा गया।
- बार-बार एनडीपीएस के आरोपी पाए जाने वालों का डोसियार खोलने के आदेश दिए गए।
जागरूकता और पुनर्वास पर जोर:
- अफीम की खेती रोकने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान और स्कूल-कॉलेजों में कार्यक्रम चलाने की योजना बनाई गई।
- प्रभावित जिलों में डि-एडिक्शन सेंटर स्थापित करने के लिए संबंधित डीसी से समन्वय करने को कहा गया।
हाईवे पर सख्ती:
- नेशनल हाईवे पर स्थित होटलों और ढाबों की नियमित जांच के निर्देश दिए गए ताकि मादक पदार्थों के अवैध व्यापार पर रोक लगाई जा सके।
एनडीपीएस थाना खोलने का प्रस्ताव:
चतरा में अवैध अफीम उन्मूलन के लिए एनडीपीएस थाना स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश एसपी को दिए गए।
बैठक में गृह सचिव, डीजीपी, वरिष्ठ वन अधिकारी, आईजी, डीआईजी, एसपी और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ-साथ डीसी चतरा, प्रखंड विकास पदाधिकारी और सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना प्रभारी मौजूद थे।